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‘Yogic Therapy Course’ (level-1)

एक गहरे अध्ययन के साथ शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक पहलुओं को शामिल करने वाला एक सम्पूर्ण चिकित्सा कार्यक्रम जिसमें योग, प्राणायाम और ध्यान की विशेष क्रिया जो योगी अनूप के द्वारा 37 वर्षों से शोधित है, सिखाया जा रहा है । उनके अंतरतम एवं गहन अनुभव और खोजों के माध्यम से प्राप्त की गई आध्यात्मिक चिकित्सा को कई भागों में समाज को देने का प्रयत्न किया जा रहा है ।  

इस प्रथम कोर्स में न केवल देह, मन बल्कि आध्यात्मिक उन्नति को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।  योगी अनूप के अनुसार दैहिक और मानसिक रोगों के उत्पन्न होने का मूल कारण आध्यात्मिक संतोष में कमी का होना है ।यह शुद्ध आत्मा इस देह और इंद्रियों के माध्यम से मोक्ष चाहती है किंतु अज्ञानतावश दुख और रोग प्राप्त होता है ।  व्यक्ति को जितना आत्मसंतोष चाहिए उतना न होने से मस्तिष्क में भिन्न भिन्न प्रकार से रसायनों की उत्पत्ति होती जिससे न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक समस्याओं का भी जन्म होता है । 

योगी अनूप के प्रयोगों से यह साबित हुआ है कि 100 में से 70 लोगों को देह और मन में रोग नहीं बल्कि असंतुलन मात्र है जिसका निवारण आधुनिक विज्ञान की सहायता के माध्यम से संभव नहीं हो सकता  है । देह और मस्तिष्क के निरंतर खिंचाव में रहने से हर एक प्रकार का असंतुलन हो जाता है जिससे यह जीवन नर्क के समान लगता है । 

देह और मस्तिष्क कई वर्षों तक असंतुलन के माध्यम से व्यक्ति की चेतना को आगाह करता रहता है किन्तु किसी भी प्रकार से सहायता न मिलने से वह स्वयं को रोगी बना लेता है । 

इसीलिए योगी अनूप जी ने अपने द्वारा खोज की गई नयी विधाओं को जो पूर्ण रूप वैज्ञानिक धरातल पर ही नहीं बल्कि व्यावहारिक और आध्यात्मिक धरातल पर भी खरी उतरती हैं । 


इसमें सममित विषय हैं -

योगी अनूप द्वारा योग की 7 विधियाँ बतायीं जायेंगी जो उनके द्वारा कई वर्षों से शोधित की गई हैं ।

  • कर्मेन्द्रियाँ और ज्ञानेंद्रियों के तनाव को कैसे दूर किया जाय जिससे समस्त संतुलन दूर हो जाए । 

  • रीढ़ -नाड़ी और मस्तिष्क का संतुलन (5 आसन, ये वे आसन हैं जो योगी जी के द्वारा शोधित किए गए हैं ) ।

  • प्राणायाम की संख्या - एब्डोमिनल ब्रीथिंग, चेस्ट तो एब्डोमिन , टर्टल ब्रीथिंग ।

  • सवाशन और योग निद्रा की विधि और किन लोगों को कैसे किया जाना चाहिए ।

  • लय ध्यान 


सम्मिलित समस्या - 

  • नींद की समस्या 

  • पेट से संबंधित समस्या जैसे पेट का फूलना एसिडिटि ।

  • रीढ़ से संबंधित समस्या ।

  • सिर दर्द, चक्कर आना इत्यादि । 

  • मांसपेशियों तथा इंद्रियों में खिंचाव इत्यादि ।

  • विचारों में अति का होना ।

  • आत्म संतोष की कमी  ।

  • मन का चिपकना ।

  • एंजाइटी , तथा मानसिक तनाव इत्यादि । 

इत्यादि कई ऐसी समस्याएँ है जिनके निवारण पर योगी अनूप जी के द्वारा गहन चर्चा और उसका समाधान -किया जाएगा । 

 Note-यह कोर्स उन्हीं लोगों के लिए उपयुक्त है जिन्हें वाह्य विज्ञान से आंतरिक और दैहिक समस्याओं का समाधान नहीं मिल पाया है साथ साथ जिनको योग, प्राणायाम व ध्यान के बारे में ज्ञान हो ।  

Yogic Chikitsa Course' (Level-1)

A comprehensive healing program that includes physical, mental, and spiritual aspects through deep study, teaching specialized practices of yoga, pranayama, and meditation, which have been researched and developed by Yogi Anoop for 37 years, is being imparted. Efforts are being made to offer the spiritual healing obtained through their profound experiences and explorations to society in various segments.

In this initial course, importance is not only given to the body and mind but also to spiritual growth. According to Yogi Anoop, the root cause of physical and mental ailments lies in the lack of spiritual contentment. The pure soul seeks liberation through this body and senses, but ignorance leads to suffering and illness. When a person lacks the desired level of self-contentment, various imbalances occur in the mind, leading to not only mental but also physical issues.

Yogi Anoop's practices have proven that 70 out of 100 individuals suffer from imbalance in the body and mind rather than actual diseases, which cannot be resolved solely through modern science. Continuous tension in the body and mind creates a state of turmoil that makes life seem like a living hell.

Years of imbalance in the body and mind continually alert an individual's consciousness, but without assistance, one can become their own ailment.

Hence, Yogi Anoop has introduced new methods that not only hold true on a scientific level but also have practical and spiritual implications.

Topics covered include:

  • Yogi Anoop's 7 methods of yoga, researched by him for several years.

  • How to alleviate stress on the sensory and knowledge organs to achieve overall balance.

  • Balancing the spine, nerves, and brain (5 asanas, which have been researched by Yogi Ji).

  • The count of pranayamas - abdominal breathing, chest and abdominal to turtle breathing.

  • Techniques of Savasana and Yoga Nidra and how to apply them to different individuals.

  • Laya Dhyana (Meditation)

Incorporated Issues:

  • Sleep problems

  • Stomach-related issues such as bloating and acidity

  • Spinal problems

  • Headaches, dizziness, and more

  • Muscle and sensory tension

  • Excessive thoughts

  • Lack of self-contentment

  • Mind sticking to one thought

  • Anxiety and mental stress

These are some of the issues for which Yogi Anoop Ji conducts in-depth discussions and provides solutions.

Yogic Therapy Course (level-1)

Content Hours: 6 hour(s)
Fee: 5100/-
Duration : 2 Days
From 2023-10-07 To 2023-10-08

Copyright - by Yogi Anoop Academy