इस मनुष्य की सबसे बड़ी समस्या है कि वो बाद और पहले के बारे में ही सोचता है । जीवन के -पहले और जीवन के बाद । पैदा होने के पहले हम कहाँ से आए और मरने के बाद हम कहाँ जाएँगे ।
इस बारे में जिस भी गुरु ने जितनी गप्पें मार दी समझो वो सबसे बड़ा गुरु है । यदि एक काम किए हो तो ऊपर कुछ कन्याओं से मुलाक़ात होगी , कुछ अप्सराएँ आपके पास आगे पीछे घूमेंगे , यदि ग़लत काम किए हो तो पकोड़े की तरह तले जाओगे ।
जो जिस प्रकार के लोग होते हैं उनको गुरु लोग उसी प्रकार की जगह पर पहुँचते है जैसे , जो पियक्कड़ है उसे ये कहा जाएगा कामयाईं तुम अच्छा काम करोगे तो ऊपर जाने पर तुम्हें फ़्री में ऐसे ऐसे शराब मिलेगी जो लिवर को नुक़सान तक नहीं पहुँचाएगी , यहाँ तो पत्नी मारती है पर वहाँ स्त्रियाँ आपको शराब पेश करेगी । जो sexually फ़्रस्ट्रेट होते हैं , उन्हें ये कहा जाता है कि जैसे आप ऊपर जाओगे आपको ऐसी लड़कियाँ मिलेगी जो सिर्फ़ आप से ही सेक्स करेंगी । जितने ख़ूँख़ार या आतंकवादी स्वभाव के होते है उनमें sexual फ़्रस्ट्रेशन बहुत अधिक होता है , तो उन्हें ऊपर जाने पर कन्याओं और औरतों के साथ कुछ अनाप सनाप करने का प्रलोभन दिया जाता है । लालच दिया जाता है ।
जो थोड़ा धार्मिक महिलाएँ होती है उन्हें ये कहा जाता है मरने के बाद बस परमात्मा या भगवान आपके सामने सबको दंड दे देगा , ऐसे ऐसे बहुत सारे शगूफ़े दिए जाते हैं ।
आपको मरने के बाद क्या होगा , आपके दिमाग़ में फ़िल्म बनायी जाती है , और ऐसी फ़िल्म बनाने की कोशिश की जाती है की आप उसी के अनुसार काम करने लगें।
किंतु सत्य है क्या , क्या कुछ होता है मरने के बाद । मेरे अनुसार दूसरा कितना भी बता दे आपको उसको सत्य नहीं मान सकते और यदि मान रहे हैं तो उसका मतलब है कि हम मूर्ख हैं , आख़िर दूसरों पर इस प्रकार के गम्भीर विषयों पर आप विश्वास क्यों करते हो ।
केवल एक ही सलूशन है वो है आप खुद ही मर कर देख लें कि आख़िर मरने के बाद क्या होता है । यही उत्तर जब मैंने अपने एक स्टूडेंट को दिया तो स्टूडेंट ने कहा कि जब आप मरेंगे और मरने के बाद क्या हुआ इसके बारे में वापस आकर आप हम लोगों से कैसे बतलाएँगे ।क्योंकि आपके पास न तो शरीर होगी और न ही इंद्रियाँ और न ही मन ।
तो मेरा जवाब था बिल्कुल वैसे ही जब मैं बिना शरीर, मन इंद्रियों के वापस आकार बतला नहीं सकता तो भला वहाँ पर इन सभी को छोड़ने के बाद मुझे कैसे पता चला जाएगा कि मैं कहाँ पर हूँ । स्वर्ग में हूँ या नरक में हूँ , तेल से भूना जा रहा है , अरे जब शरीर ही नहीं होगी तो किसे भुनोगे किसे तलोगे , किससे सेक्स करोगे , और किससे करवाओगे ।
ये जीवन सत्य पर ही आधारित है , सत्य का अनुभव वर्तमान में ही सम्भव है , और जब ये आपके पास शरीर मन आँख कान नाक जैसे साधन हैं । तभी आपको अनुभव होता है । यही अनुभव आपको विचारों परे की ओर ले जाता है । यही मोक्ष करवाता है ।
जिस शरीर घर में इसे बिना समझे आप इससे ऊपर नहीं उठ सकते हो । गहन शांत नहीं हो सकते हो ।
मृत्यु के बाद क्या है इसे समझने की ज़रूरत नहीं , मृत्यु के पहले क्या इसे समझ लो । यही मृत्यु से मुक्ति उपाय बतलाती है ।
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