सिर के अंदर हार्ट बीट सुनाई देती है ✅
जबरन चिंतन करना, दबाव बना कर सोचने की प्रक्रिया को करना , सिर के अंदर हृदय गति को बढ़ाने में ये भी
एक महत्वपूर्ण कारण होते हैं । स्वयं के अच्छे भाव होने के बावजूद जबरन चिंतन की प्रक्रिया करने से मस्तिष्क में
दबाव बनने लगता है ।यही दबाव सिर के अंदर हार्ट बीट को बढ़ाने में मदद करता है । मैंने देखा है कि इससे भविष्य
में भय के बढ़ने का ख़तरा बढ़ जाता है । और ब्रेन anxious हो जाता है । दिमाग़के अंदर हृदय के धड़कन को सुन कर
वे घबरा जाते है , उन्हें अंकम्फ़्टर्बल लगता है । ना तो कम कर सकते है और ना ही वे सो सकते है , किसी प्रकार से
जाकर सो जाते हैं , तो उठने के तुरंत बाद उनके सिर के अंदर बहुत तेज से धड़कन बढ़ जाती है ,
जिससे वे स्वयं को सम्भाल नहीं पाते हैं । इसलिए कोशिश करें कि दिमाग़ पर सोचने के लिए दबाव न दें ,
बहुत आराम आराम से धीरे धीरे कई वर्षों में चिंतन की प्रक्रिया बढ़ानी चाहिए ।
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